A Secret Weapon For Shodashi
Wiki Article
कस्तूरीपङ्कभास्वद्गलचलदमलस्थूलमुक्तावलीका
इस सृष्टि का आधारभूत क्या है और किसमें इसका लय होता है? किस उपाय से यह सामान्य मानव इस संसार रूपी सागर में अपनी इच्छाओं को कामनाओं को पूर्ण कर सकता है?
पञ्चबाणधनुर्बाणपाशाङ्कुशधरां शुभाम् ।
अष्टमूर्तिमयीं वन्दे देवीं त्रिपुरसुन्दरीम् ॥८॥
पद्मालयां पद्महस्तां पद्मसम्भवसेविताम् ।
ऐसा अधिकतर पाया गया है, ज्ञान और लक्ष्मी का मेल नहीं होता है। व्यक्ति ज्ञान प्राप्त कर लेता है, तो वह लक्ष्मी की पूर्ण कृपा प्राप्त नहीं कर सकता है और जहां लक्ष्मी का विशेष आवागमन रहता है, वहां व्यक्ति पूर्ण ज्ञान से वंचित रहता है। लेकिन त्रिपुर सुन्दरी की साधना जोकि श्री विद्या की भी साधना कही जाती है, इसके बारे में लिखा गया है कि जो व्यक्ति पूर्ण एकाग्रचित्त होकर यह साधना सम्पन्न कर लेता है उसे शारीरिक रोग, मानसिक रोग और कहीं पर भी भय नहीं प्राप्त होता है। वह दरिद्रता के अथवा मृत्यु के वश में नहीं जाता है। वह व्यक्ति जीवन में पूर्ण रूप से धन, यश, आयु, भोग और मोक्ष को प्राप्त करता है।
For that reason all the gods requested Kamadeva, the god of affection to make Shiva and Parvati get married to each other.
Shodashi Goddess is one of the dasa Mahavidyas – the ten goddesses of knowledge. Her title ensures that she could be the goddess who is usually 16 many years outdated. Origin of Goddess Shodashi transpires soon after Shiva burning Kamdev into ashes for disturbing his meditation.
देवस्नपनं मध्यवेदी – प्राण प्रतिष्ठा विधि
लब्ध-प्रोज्ज्वल-यौवनाभिरभितोऽनङ्ग-प्रसूनादिभिः
here The noose represents attachment, the goad represents repulsion, the sugarcane bow signifies the intellect as well as arrows will be the five sense objects.
संकष्टहर या संकष्टी गणेश चतुर्थी व्रत विधि – sankashti ganesh chaturthi
तिथि — किसी भी मास की अष्टमी, पूर्णिमा और नवमी का दिवस भी इसके लिए श्रेष्ठ कहा गया है जो व्यक्ति इन दिनों में भी इस साधना को सम्पन्न नहीं कर सके, वह व्यक्ति किसी भी शुक्रवार को यह साधना सम्पन्न कर सकते है।
Within the most important temple with the Kamakhya intricate resides Shodashi, or Surashi, the Devi of sixteen summers, so named since she assumes the shape of a youth of eternally sixteen. She is understood, also as Kamakshi Devi and there is no doubt that this is truly her epicenter of electrical power during the terrestrial aircraft.